बिजनौर में ताजमहल सरीखी मोहब्बत की निशानियां

 बिजनौर में ताजमहल सरीखी मोहब्बत की निशानियां


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ने आगरा में मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार किया। मोहब्बत की ऐसी निशानियां बिजनौर जिले में भी हैं, जो आज भी आकर्षण का केंद्र हैं। इनमें राजा का ताजपुर स्थित सेक्रेड हार्ट चर्च और नजीबाबाद में बना चार मीनार मकबरा है। सेक्रेड हार्ट चर्च को ताजपुर के राजा और उनके भाई ने अपनी ईसाई पत्नियों के लिए बनवाया था तो, नजीबाबाद में शौहर जहांगीर की याद में उनकी बेगम ने चार मीनार मकबरा बनवाया था।
संवाद न्यूज एजेंसी
बिजनौर/नजीबाबाद। कस्बा राजा का ताजपुर से लगभग दो किमी उत्तर की और कड़ूला नदी पर स्थित सेक्रेड हार्ट चर्च 12 एकड़ भूमि में आम के बागों के बीच बना है। अपनी खूबसूरती एवं बनावट के लिए एशिया में विशिष्ट पहचान रखने वाले इस चर्च को ताजपुर के राजा श्याम सिंह रिख और उनके छोटे भाई शिवनाथ रिख ने अपनी ईसाई पत्नी मारग्रेट मेरी एवं विलियम मेरी के लिए वर्ष 1913 में बनवाया था।

सेक्रेड हार्ट चर्च की खूबसूरत ऊंची वेदी का निर्माण फ्लारेंस निवासी विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार जोजप्पे कतानी चिंती ने किया था। इसकी कलाकृति के लिए संगमरमर का प्रयोग किया गया। कहा जाता है कि चर्च के अंदर छतों पर सोने की नक्काशी की गई थी, लेकिन अब यहां सोना नहीं है। इसकी खूबसूरती के लिए प्रवेश द्वार से चर्च तक सड़क के दोनों और प्रभु ईसा मसीह के जीवन के वृत्तांत की मूर्तियां लगी हुई हैं तथा सुंदर फूलों से शोभायमान फुलवारी है। चर्च के अंदर ठीक सामने ईसा मसीह व मरियम की मूर्ति लगी है, जिनके सामने प्रार्थना सभा होती है। अंदर ही राजा श्याम सिंह रिख और उनकी पत्नी की कब्रें बनी हुई हैं। चर्च बनने के बाद राजा श्याम सिंह रिख और उनके भाई शिवनाथ रिख ने इसाई धर्म अपना लिया था। क्षेत्र में यह चर्च दोनों राजा व उनकी रानियों के प्रेम के प्रतीक के रूप में पहचान रखता है।
- शौहर की याद में बनवाया था बेगम ने ताजमहल
फोटो-24एनजेडबी09आर
नजीबाबाद को नवाब नजीबुद्दौला ने बसाया था। यहां नवाबों की कई ऐतिहासिक इमारतें रही हैं। इनमें मौअज्जमपुर तुलसीगढ़ी स्थित ताजमहल की तर्ज पर बनवाया नवाब जहांगीर खां का खूबसूरत मकबरा है। नवाब नजीबुद्दौला के नवासे जहांगीर खां का विवाह कोटला किरतपुर में हुआ था। बताया जाता है कि नवाब जहांगीर खां शादी के दो वर्ष के बाद गौना रस्म के साथ अपनी बेगम को लेने के लिए जा रहे थे। आतिशबाजी के दौरान जीवन सराय के निकट बारूद का गोला धमाके के साथ फटा। हादसे में जहांगीर खां की मृत्यु हो गई।
मातम में डूबी जहांगीर खां की बेगम ने अपने शौहर की याद में नजीबाबाद के मौअज्जमपुर तुलसीगढ़ी में ताजमहल की तर्ज पर चार मीनार के साथ आलीशान मकबरा बनाया था। करीब 240 साल पूर्व बने चार मीनार मकबरे का गुंबद ध्वस्त हो चुका है, मगर चार मीनार आज भी बेगम का उनके शौहर के प्रति प्रेम और अपनत्व की गवाह बनी हैं।
बिजनौर:  राजा का ताजपुर स्थित चर्च में मौजूद राजा रानी की कब्र।





अमर उजाला 25 फरवरी 1920

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