घटिया सड़क तुड़वाकर दुबारा बनवाई
आज 30 अप्रेल 2023 के चिंगारी सांध्य में मेरा लेख-
घटिया सड़क तुड़वाकर दुबारा बनवाई
अशोक मधुप
बिजनौर नगर पालिका में एक ऐसी भी चेयरमैन हुए हैं इन्होंने घटिया सड़क निर्माण की शिकायत पर सड़क की जांच की ।जांच में सड़क में घटिया सामग्री मिलने पर सड़क को तुड़वाया सामने खड़े होकर अव्वल दर्जे की ईंट से दुबारा सड़क बनवाई।
यह किस्सा है बिजनौर पालिका के दो बार चेयरमैन रहे स्वर्गीय ब्रजीश कदर साहब का। ब्रजीश कदर के नवासे खुर्रम अली अकबर बताते हैं कि नाना जब चेयरमैन बने तो कुछ लोग मिठाई लेकर आए। उन्होंने मिठाई लेने से मना कर दिया। कहा कि आप ये मिठाई मेरे लिए नहीं मेरी कुर्सी के लिए लेकर आए हो। अगर चेयरमैन पदसे हटने के बाद भी मिठाई लाने का वादा करो तो मैं मिठाई ले लूंगा ,नहीं तो वापस ले जाएं। और उन्होंने सबकी मिठाई वापस कर दी।
श्री खुर्रम बतातें हैं कि उन्होंने सदा अपने परिवार को ईमानदारी और नेकनियति पर चलने को कहा । परिजनों को बताया उनकी चेयरमैन बनने पर जो लोग मिठाई लाए थे, उनके पद का लाभ उठाने के लिए लेकर आए थे। उनके लिए नहीं। इसीलिए उन्होंने मिठाई लौटा दी।
वे बताते हैं कि उनके समय में अव्वल ईंट से स़ड़क बननी थी। पता चला कि ठेकेदार सड़क में दोयम और सोयम की ईंट लगा रहा है। ब्रजीश कदर साहब को पता चला। वह निर्माण स्थल पर पंहुचे। पाया की सड़क के बारे में की गई शिकायत सही है। उन्होंने बनी सड़क उखड़वा दी। उसके बाद अपनी मौजूदगी में अव्वल ईंट से सड़क बनवाई। उन्हें जांच में ये भी पता चलाकि इस घटिया सड़क बनवाने में उनके पालिका में काम करने वाले उनके दो रिश्तेदार भी शामिल हैं। उन्होंने दोनों रिश्तेदारों को बर्खास्त कर दिया।
श्री खुर्रम बताते हैं कि स्टेडियम भी ब्रजीश कदर साहब के ही कार्यकाल में बना। पहले ये हाकी मैदान था। हाकी के प्रसिद्ध खिलाड़ी स्वर्गीय महेंद्र खन्ना जी के कहने पर इसे स्टेडियम में तबदील कर दिया गया।
वरिष्ठ पत्रकार और ब्रजीश कदर साहब के समय में पालिक बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे स्वर्गीय राजेंद्र पाल सिंह कश्यप बताते थे कि प्रदर्शनी मैदान भी इन्ही के समय तैयार हुआ।प्रदर्शनी मैदान के पहले गेट के ऊपर मैं(राजेंद्र पाल सिंह कश्यप ) ने उन्हें नटराज की मूर्ति लगाने की सलाह दी।इस पर श्री ब्रजीश कदर साहब बोले− भगवान शंकर की मूर्ति पर मुस्लिम मेम्बर हंगामा करेंगे। मैंने समझाया कि यह भगवान शंकर की नही अपितु कलाओं के स्वामी नटराज की तस्वीर है।इस पर वह तस्वीर लगाने को तैयार हो गए।इस तरह प्रदर्शनी के प्रथम द्वार पर नटराज की प्रतिमा लग गई, किसी ने कोई आपत्ति भी नही की।
1964 में पालिकाध्यक्ष बनने वाले श्री आफताब अहमद साहब के समय तक नगर की पेयजल आपूर्ति की कोई व्यवस्था नही थी। आफताब साहब के समय में पहली बार वाटर वर्क्स बना। वाटर वर्क्स प्रांगण में पानी की टंकी बनी। श्री आफताब साहब के सुपुत्र श्री जावेद आफताब बताते हैं कि इस टंकी को उदघाटन तत्कालीन मंत्री चतुर्भुज ने किया था। वे यह भी बताते हैं कि उनके पिता के समय में स्ट्रीट लाइट के लिए खंबों पर बिजली के लट्टू प्रयोग होते थे।उनके पिता के समय में पहली बार स्ट्रीट लाइट के लिए दो फुट की टयूब लाइट लगी।
अशोक मधुप
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